गोखरू (आटन)
- Rakesh Kumar Pandey
- Aug 14, 2020
- 1 min read
गोखरू (आटन)
परिचय-
गोखरू का रोग हाथों या पैरों की त्वचा का मोटा हो जाने को कहते हैं। यह रोग स्त्री या पुरुष किसी को भी हो सकता है।
कारण-
गोखरू का रोग अक्सर ज्यादा टाईट जूते या सैंडिल पहनने के कारण हो सकता है।
लक्षण-
इस रोग में शरीर के ज्यादा रगड़ खाने वाले स्थान की त्वचा मोटी हो जाती है तथा सूज जाती है। ये सूजन लाल रंग की होती है। इसमें घाव बनने के कारण कभी-कभी पीब भी आने लगती है।
जानकारी-
रोगी को बिल्कुल सपाट एड़ी के जूते या सैंडिल आदि पहनने चाहिए।
स्त्रियों को ज्यादा ऊंची हील की सैंडिल नहीं पहननी चाहिए।
पैरों को एप्सन साल्ट के घोल से धोने से वे कोमल और मुलायम बन जाते हैं।
पैरों को ताजी हवा में रखना चाहिए।
पैरों की खुरदरी त्वचा को हटाने के लिए किसी पत्थर या झावे आदि का प्रयोग करना चाहिए।
सावधानी-
बहुत से लोग होते हैं जो गोखरू को ब्लेड या छुरी आदि से काट देते हैं लेकिन ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है।
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