कैंसर की चिकित्सा के लिए होम्योपैथी
- Rakesh Kumar Pandey
- Jul 9, 2020
- 2 min read
कैंसर सबसे भयानक रोगों में से एक है। कैंसर के रोग की परंपरागत औषधियों में निरंतर प्रगति के बावज़ूद इसे अभी तक अत्यधिक अस्वस्थता और मृत्यु के साथ जोडा़ जाता है। और कैंसर के उपचार से अनेक दुष्प्रभाव जुडे हुए हैं। कैंसर के मरीज़ कैंसर पेलिएशन, कैंसर उपचार से होनेवाले दुष्प्रभावों के उपचार के लिए, या शायद कैंसर के उपचार के लिए भी अक्सर परंपरागत उपचार के साथ साथ होम्योपैथी चिकित्सा को भी जोडते हैं।
दुष्प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए होम्योपैथी #चिकित्सा
रेडिएशन थैरेपी, #कीमोथैरेपी और #हॉर्मोन #थैरेपी जैसे परंपरागत कैंसर के उपचार से अनेकों दुष्प्रभाव पैदा होते हैं। ये दुष्प्रभाव हैं – संक्रमण, उल्टी होना, जी मितलाना, मुंह में छाले होना, बालों का झड़ना, अवसाद (डिप्रेशन), और कमज़ोरी महसूस होना। होम्योपैथी उपचार से इन लक्षणों और दुष्प्रभावों को नियंत्रण में लाया जा सकता है। रेडियोथेरिपी के दौरान अत्यधिक त्वचा शोध (डर्मटाइटिस) के लिए ‘टॉपिकल केलेंडुला’ जैसा होम्योपैथी उपचार और केमोथेरेपी-इंडुस्ड स्टोमाटिटिस के उपचार में ‘ट्राउमील एस माऊथवाश’ का प्रयोग असरकारक पाया जाता है। कैंसर के उपचार के लिए वनस्पति, जानवर, खनिज पदार्थ और धातुओं से प्राप्त 200 से भी अधिक होम्योपैथी दवाईयां उपयोग में लाई जाती हैं। कैंसर के उपचार के लिए उपयोग में आने वाली कुछ सामान्य औषधियों में एम्मोमिआ कार्ब, आस्टाकस फ़्लुविएटिलिस, एनाकरडिअम ओरिएंटेल, एंट्रसिनम, सिन्नामोमम, सिस्टक कैन, क़ाल्क आओड, क्यूबेबा, कोपैवा, कैम्फ़र, सिना, गैस्टिन, ग्रिंडेलिआ, हेडेरा हेलिक्स, हेलोडेर्मा, जबोरांडी, जुगलन रेजिआ, लेसर्टा, म्यूरेक्स, मायरिस्टिका सेब, मायरिका सेरि, नेट आर्स, नक्स मोस्चाटा, फ़ायसोस्टिग्मा, राफ़ागस, रयूटा, सिनापिस, स्क्रोहुलारिआ, टेयुरिनम, टेरेबिंथिना, यूरिआ, वेरेट एल्ब, विंका माइनोर शामिल हैं।
कैंसर के लिए होम्योपैथी उपचार
होम्योपैथी उपचार सुरक्षित हैं और कुछ विश्वसनीय शोधों के अनुसार कैंसर और उसके दुष्प्रभावों के इलाज के लिए होम्योपैथी उपचार असरदायक हैं। यह उपचार आपको आराम दिलाने में मदद करता है और तनाव, अवसाद, बैचेनी का सामना करने में आपकी मदद करता है। यह अन्य लक्षणों और उल्टी, मुंह के छाले, बालों का झड़ना, अवसाद और कमज़ोरी जैसे दुष्प्रभावों को घटाता है। ये औषधियां दर्द को कम करती हैं, उत्साह बढा़ती हैं और तन्दुरस्ती का बोध कराती हैं, कैंसर के प्रसार को नियंत्रित करती हैं, और प्रतिरोधक क्षमता को बढाती हैं। कैंसर के रोग के लिए एलोपैथी उपचार के उपयोग के साथ–साथ होम्योपैथी चिकित्सा का भी एक पूरक चिकित्सा के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। सिर्फ़ होम्योपैथी दवाईयां या एलोपैथी उपचार के साथ साथ होम्योपैथी दवाईयां ब्रेन ट्यूमर, अनेक प्रकार के कैंसर जैसे के गाल, जीभ, भोजन नली, पाचक ग्रन्थि, मलाशय, अंडाशय, गर्भाशय; मूत्राशय, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट ग्रंथि के कैन्सर के उपचार में उपयोगी पाई गई हैं।
होम्योपैथी औषधियां सुरक्षित मानी जाती हैं। कभी –कभी आपके लक्षण नियंत्रित होने से पहले थोडा़ और अधिक बिगड़ भी सकते हैं। हाल ही में किए गए शोध के अनुसार किसी प्रशिक्षित होमियोपैथिक चिकित्सक की देखरेख में ली गई होम्योपैथी औषधियां सुरक्षित थी और कम दुष्प्रभाव दिखाई दिए।
#anika #homeopathic #clinic Anika homeopathic clinic Gandhinagar Colony, Laxirampur, #Azamgarh, Uttar Pradesh 276001, India +91 94507 31937 https://goo.gl/maps/bxrEAvyqqW623k4C8
Commentaires