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अर्थराइटिस की चिकित्‍सा के लिए होम्‍योपैथी

  • Writer: Rakesh Kumar Pandey
    Rakesh Kumar Pandey
  • Aug 7, 2020
  • 2 min read

अर्थराइटिस की चिकित्‍सा के लिए होम्‍योपैथी



गठिया रोग प्रायः धीरे - धीरे विकसित और जोङो में गतिविधि होने पर दर्द, जकड़न, कॉन्ट्रेक्चर और जोङो के हिलने डुलने की सीमा के कारण होता है। अक्सर होम्योपैथिक उपचार गठिया से पीढित लोगो द्वारा उपयोग किया जाता है। यह पता चलता है कि उनके लक्षण पूरी तरह से पारंपरिक चिकित्सा द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है या क्योंकि कुछ लोग ज्यादातर प्राकृतिक उपचार पसंद करते हैं और खुद को चंगा करने के लिए शरीर की क्षमता को बढ़ाते है। पुराने दर्द अक्सर पारंपरिक चिकित्सा और प्रभावकारी दवाओं के उपयोग करने के साथ भी पर्याप्त रूप से नियंत्रित न होकर कई दुष्प्रभाव के साथ जुड़े होते है। लोगो के लिए यह सामान्य तर्क है कि गठिया रोग होम्योपैथिक चिकित्सा की तलाश है निरंतर दर्द और पारंपरिक दवाओं के दुष्प्रभाव के चिंता का विषय है।


गठिया के उपचार के लिए होम्योपैथिक चिकित्सा


होम्योपैथिक उपचार प्रायः दर्द और गठिया में जकड़न को दूर कर सकता है। एक अनुभवी होम्योपैथ चिकित्सक द्वारा उपचार दीर्घकालीन गठिया से निपटने के लिए सबसे अच्छी पद्धति है।


गठिया के इलाज के लिए इस्तेमाल के कुछ आम उपयोगी दवाएं हैः आर्निका, ओरम मेटालिकम, ब्रेयोनिया, कालकेरिया कार्बोनिका, कोस्टीकम, केलसेरिआ फ्लोरिका, डलकेमारा, काली बीचरुमीकम, काली कार्बोनिकम, कालमिआ लतिफ्लोरा, लेदम पल्यूस्ट्री, पलसाटीला, रोदोदेनद्रोन, रुस टोक्सीकोडेनड्रोन, रता ग्रेवियोलेन्स।

इन दवाओं के विभिन्न कार्यों है। कुछ दर्द से राहत, जोड़ों का दर्द, पीड़ा अर्थात अंगों में महसूस किया जाता है जब एक व्यक्ति को सोने की कौशिश, या जागने पर परेशानी, जबकि दूसरे तीव्र गाठिया के दर्द में उपयोगी है अर्थात अचानक नीचे से उपर उठ रहे हैं। आमतौर पर होम्योपैथिक उपचार एक व्यक्तिगत आधार पर निर्धारित होता है और वहाँ पर गठिया के विभिन्न लक्षण के लिए एक विशेष उपचार है। इसलिए यह दवा देना आपके अपने लक्षण पर निर्भर करता है।

होम्योपैथिक उपचार कुशल परिक्षणो में नैदानिक परीक्षणो हैं और गठिया में प्रभावी सिद्ध है। कुछ अध्ययनों में होम्योपैथिक उपचार गठिया में दर्द के उपचार के लिए एक पारंपरिक औषधि असतामिनोफें की अपेक्षा और अधिक प्रभावी सिद्ध हुआ है। होम्योपैथिक उपचार एकटामिनोफेन के संभावित दुष्प्रभावों से रहित हैं।

होम्योपैथिक उपचार के साथ सावधानी


होम्योपैथिक उपचार आमतौर पर सुरक्षित हैं लेकिन गठिया के इलाज शुरू करने से पहले हमेशा एक होम्योपैथ चिकित्सक से परामर्श ले। शुरू में कभी कभी नियमानुसार दवा अस्थायी उत्तेजना या भड़कने के लक्षणों से प्रभावित हो सकते हैं, पहले वे वास्तव मं् कम होंगे। शायद ही कभी होम्योपैथिक उपचार एलर्जी प्रतिक्रियाओं का कारण(जैसे खरोंच) बन सकते है। यदि आप होम्योपैथी दवाएँ ले रहे हैं, अपने एलोपैथिक चिकित्सक को सूचित करे या होम्योपैथिक उपचार शुरू करने से पहले परार्मश ले और अपने होम्योपैथी चिकित्सक को सूचित करे कि आप होम्योपैथी दवाएं ले रहे हैं।


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